उस नंग को
जो नंगा था
परन्तु समाज की निगाहों में
भलामानस और चंगा था ,
स्त्री जाति का दुश्मन और
कन्याओं के लिए भुजंग था ,
पूर्ण साम्राज्य स्थापित कर लिया
क्योँकि निशाचरों जैसा दबंग था ,
उसको वो ही नेता बचा रहे थे
जिनसे उसका अतरंग संबंध था ,
जो रात्रि में दर्शन करने जाते थे
पता नहीं प्रसाद स्वरूप क्या पाते थे ,
और अंत में उसे वो ही प्राप्त हुआ
जो भोली भली जनता को देता था ,
कहावत है कि जब पाप का घड़ा
लबालब ऊपर तक भर जाता है
तो एक दिन ऐसा भी आता है
जब वो स्वत्: ही फूट जाता है |
जो नंगा था
परन्तु समाज की निगाहों में
भलामानस और चंगा था ,
स्त्री जाति का दुश्मन और
कन्याओं के लिए भुजंग था ,
पूर्ण साम्राज्य स्थापित कर लिया
क्योँकि निशाचरों जैसा दबंग था ,
उसको वो ही नेता बचा रहे थे
जिनसे उसका अतरंग संबंध था ,
जो रात्रि में दर्शन करने जाते थे
पता नहीं प्रसाद स्वरूप क्या पाते थे ,
और अंत में उसे वो ही प्राप्त हुआ
जो भोली भली जनता को देता था ,
कहावत है कि जब पाप का घड़ा
लबालब ऊपर तक भर जाता है
तो एक दिन ऐसा भी आता है
जब वो स्वत्: ही फूट जाता है |
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