Tuesday, February 3, 2015

प्रधान मंत्री के पद की गरिमा

प्रधानमंत्री का पद अति गरिमा युक्त होता है और उसकी गरिमा को अक्षुण्ण रखने हेतु प्रधानमंत्री को बहुत से त्याग भी करने छोड़ते हैं जो कुछ भी आज हमारे प्रधानमंत्री जी कर रहे हैं उससे उनके पद की गरिमा समाप्त होती है ,आपको मात्र ऐसे काम करने चाहिए की देश  और विदेश का कोई भी व्यक्ति उन पर ऊँगली न उठाये नाकि ऐसे काम ,
जैसे की किसी भी व्यक्ति पर कटाक्ष करना या उसकी भर्त्स्ना करना ,चाहे वो आपका घोर विरोधी ही क्योँ न हो शोभा नहीं देता ,जैसे जी केजरीवाल जी या आप पार्टी के समर्थकों पर कीचड उछलने के अलावा आपके भाषण में कुछ दिखाई ही नहीं  देता ,
प्रधान मंत्री सम्पूर्ण देश का होता है उसे किसी एक पार्टी का बनकर रहना नहीं चाहिए ,
बार बार असत्य नहीं बोलना चाहिए ,और जैसे लोगों के बीच में आप रहते हैं आपको उनके अनुसार ही अपने खान पान और पहनावे का भी ख्याल रखना चाहिए .नाकि जनता नंगी घूम रही हो और आप दिन में चार चार बार कपडे बदल रहे हैं ये तो ऐसे हो गया जैसे की भिखारियों का सरदार नवाब ,
और आपको देश का प्रधान सेवक होने के नाते दस दस लाख रूपये के सूट शोभा नहीं देते ,शास्त्री जी की भांति २ नहीं तो ४ जोड़ी कपडे रखने चाहिए ,
जो लोग भयभीत होकर आपके पीछे लगे हुए हैं  उनमे बहुत से आस्तीन के सांप भी हैं उनको पहिचानो ,
आपने अपनी धर्म पत्नी को भी त्यागकर प्रधानमंत्री के पद की गरिमा को ठेस पहुंचे है ,हो सके तो उनको अपना हमसफ़र बना लो ,देश की सभी नारियां आपकी मुरीद हो जाएँगी ,और जो कलंक आप पर लग रहा है वो भी धूल जायेगा ,
दुसरे आप सामने वाले को कमजोर समझ रहे हैं ये भी आपकी बहुत बड़ी भूल है ,
आप जैसे व्यक्ति को हाथ मटका मटका कर ,भोंहे मटका मटका कर भांति भांति की आवाज निकालकर ,क्रोधित होकर कटाक्ष करना ,शोभा नहीं देता ,कृपया अपनी नहीं तो देश की गरिमा का तो ख्याल रखिये ,
और याद रखिये अहंकारी व्यक्ति का अहंकार ईश्वर जल्दी ही तोड़ देता है और शायद अब वो समय आ गया है जब की दिल्ली विधान सभा के चुनावों के बाद आपका जीतने का घंड टूट जायेगा ,
याद रखें जो आसमान पर थूकता है उसका थूक उसके ही मुख पर गिरता है .
आपने एक सत्यवादी और ईमानदार आदमी को झूठा और बेईमान सिद्ध करने के लिए सारे हथकंडे अपना लिए पर नतीजा उलटा ही आता रहा
भगवान आपको सद्बुद्धि के साथ साथ आपके अहंकार को भी दूर कर दें |







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