Thursday, August 24, 2017

"माले मुफ्त ,दिल बेरहम "
जी ,हाँ , भाजपाइयों पर उपरोक्त उक्ति एक दम  ठीक और सटीक बैठती है,
क्योँकि मोदी सर्कार आने से पहले लगभग सभी भाजपाई नेता कैसी जिंदगी गुजारते थे ये किसी से छुपा नहीं  है ,और आज कैसी जिंदगी गुजार रहे हैं ये भी सम्पूर्ण हिन्दुस्तान देख रहा है ,चाहे वो मोदी जी हों या अन्य नेतागण ,
तो भाइयो कहने का तातपर्य है की जब मुफ्त का माल मिलता है तो दिल बेरहम हो ही जाता है |  

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