किसानो की फसल का बीमा
किसानों को पता भी नहीं की उनकी फसल का बीमा यानी इन्सुरेंस हो गया है और फसल चौपट होने पर बीमा मिल भी गया, पर किसको मिल गया पता नहीं ,परन्तु किसान को नहीं मिला ,जब उससे से पूछा गया तो किसान बोलै की हमने तो पता भी नहीं ,जिसने कराया और जिसने किया उन दोनों ने ही मिलकर खा लिया ोिर किसान हाथ मलता रह गया ,देखो मेरा देश कितनी तरक्की कर गया ,
किसानों को पता भी नहीं की उनकी फसल का बीमा यानी इन्सुरेंस हो गया है और फसल चौपट होने पर बीमा मिल भी गया, पर किसको मिल गया पता नहीं ,परन्तु किसान को नहीं मिला ,जब उससे से पूछा गया तो किसान बोलै की हमने तो पता भी नहीं ,जिसने कराया और जिसने किया उन दोनों ने ही मिलकर खा लिया ोिर किसान हाथ मलता रह गया ,देखो मेरा देश कितनी तरक्की कर गया ,
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