Saturday, April 18, 2015

मोदी जी जहांगीर और मीरजाफर

मैं जब भी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के शौक और शासन चलाने के तौर तरीके और उनके बारे में सोचता हूँ तो वो मुझे किसी राजा महाराजाओं ,नवाबों या बादशाहों से कम  नजर नहीं आते ,सबसे पहले मेरा ध्यान जाता है जहांगीर बादशाह की तरफ ,उनको भी प्रितिदिन नए नए वस्त्र ,आभूषण और घूमने फिरने का बहुत शौक था और उन्होंने अपना सम्पूर्ण साम्राज्य अपनी बेगम नूरजहाँ के ऊपर छोड़ रखा था यानी की शासन की पूरी बागडोर उन्हीं के हाथों में थी,और उनका दूसरा जबरदस्त शौक था दारु और कबाब ,इसी के मुख्लिपत उनका एक शेर है "हो एक सेर शराब मुझको और आध सेर शराब हो ,साड़ी सल्तनत नूरजहाँ  की खू हो की खराब हो "कहने का तातपर्य है की उनका शासन तो उनकी बेगम चलाती थी ,
दूसरा नाम आता है अंतिम मुग़ल बादशाह मेरे जाफर का जो की सदैव दारू और संगीत में मस्त रहते थी और उनके अधिकारी वर्ग ही उनके शासन की देखभाल कहिये या चलाता था ,बेगम तो सब उनकी बस ऐसे ही थी की शासन तो क्या उनके लिए घर भी चलना भरी पड़ता ,जब अंग्रेजों की फौज लाल किले में प्रवेश कर गई तब कहीं उनके एक अधिकारी ने उनको इत्तला दी की बादशाह ब्रिटिश फौज लाल किले में पहुँच चुकी है कुछ करिये ,तो उनका जवाब था ,जैसी तुम्हारी मर्जी वैसा करो हमको तो बस सूरा और सुंदरियों का नृत्य देखने दो ,और नतीजा हुआ की अंग्रेजी फौज नेबादशाह को नशे की हालत में ही गिरफ्तार कर लिया और कुछ दिन बाद रंगून भेज दिया और एक टूटी फूटी खाट पर एक १०० फुट के कमरे में बंद कर दिया और टिकट लगा दिया ताकि उसके खाने पीने का खर्चा भी चलता रहे और बाहर लिख दिया हिन्दुस्तान का निकम्मा बादशाह,
 अब अगला नाम आता है आदरणीय P M मोदी जी का ,इसका मतलब भी एक बादशाह ही होता है ,मोदी जी को शौक हैं प्रितिदिन नए नए कपडे पहिनने ,विदेशी खाना खाना ,हवाई जहाजों की सैर करनी ,और पिछले १० माह से जबसे वो P M बने है तब से घूम ही रहे हैं ,भारत में तो उनके पग टिकते ही नहीं , कहते हैं कि अब तक वो १४ देशों कि यात्रा कर चुके हैं ,और देश में क्या हो रहा उनको सोचने की जरूरत ही नहीं क्योँकि शायद उनकी पीठ पीछे सँभालने वाले बहुत से मंत्री हैं ,जहाँ देश में जम्मू  कश्मीर  जल   रहा है अलगाववादी सर उठा रहे हैं मसर्रत को छुड़वा दिया था उसने नाक में दम कर रखा है ,पाक से आये दिन हमले हो रहे हैं आतंवादी प्रितिदिन हमारी सीमा में घुस आते हैं ,देश में बरसात आंधी तूफ़ान से फसलें मर चुकी हैं आये दिन किसान आत्महत्या  कर रहे हैं लैंड  बिल  के चक्कर  में किसानों  ने जगह जगह  आंदोलन और धरने दे रखे हैं ,नक्सली आये दिन काण्ड कर रहे हैं ,देश में बीमारियां फ़ैल रही हैं महंगाई की मार आम आदमी को मार रही है ,जनता पार्टीज का विलय हो चुका है जो भाजपा के लिए सभी राज्यों में नया सिरदर्द बनेगा ,अत्याचार बढ़ रहे हैं ,और भी बहुत से काण्ड प्रतिदिन हो रहे हैं पर मोदी अपनी यात्राओं में व्यस्त हैं ,उनके पीछे तो उनकी पत्नी भी नहीं हैं जो की उनका राज्य काज संभाल सकें ,अब उनका शासन चाहे कोई भी चला रहा है पर उत्तरदायित्व और जवाबदारी तो मोदी जी की ही होगी ,अब तो भगवान ही जाने की मोदी जी का क्या हाल होगा कहीं जहांगीर और मीरजाफर जैसा ही ना हो वैसे भी मोदी जी के कार्यों से सभी विपक्षी दल त्रस्त हैं औरवो इसी जुगाड़ में हैं कि इस भाजपा कि सरकार को कैसे फंसाये या कैसे उखड फेंके ,यदि अभी भी मोदी जी ने अपना रवैया नहीं बदला तो स्तिथि कहीं और खराब ना हो जाए कहीं ऐसा ना हो कि गॉड  के कि आस छोड़कर पेट वाल की  आस महंगी पद  जाए  |





 

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