मोदी जी ने demontization करके देश और देश की जनता ,और देश की आर्थिक स्तिथि के साथ जो छल किया है ऐसा तुच्छ ,भृमित ,अशोभनीय ,धूर्ततापूर्ण कार्य कोई भी देश भक्त नहीं कर सकता ,
शायद मोदी जी कोई भरम है की हम विकसित देशों की श्रेणी में आते हैं ,अभी तो हम विकासशील देशों की श्रेणी में भी पूर्ण तरीके से ठीक नहीं बैठे हैं ,यदि वास्तविक रूप में देखा जाए तो अभी हम और हमारा देश अविकसित श्रेणी में ही हैं ,तो इस प्रकार का कदम उठाना देश हित में नहीं हो सकता ,जहां ४० करोड़ लोग बिना पढ़े लिखे हैं ,१९ करोड़ लोग रात को भूखी सोती है ,३० करोड़ लोगों को एक वक्त का खाना
नसीब होता है वहांपर हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री का ये व्यक्तव्य की हम देश को डिजिटल बनाकर ही छोड़ेंगे कहाँ तक न्यायसंगत है ।
शायद मोदी जी कोई भरम है की हम विकसित देशों की श्रेणी में आते हैं ,अभी तो हम विकासशील देशों की श्रेणी में भी पूर्ण तरीके से ठीक नहीं बैठे हैं ,यदि वास्तविक रूप में देखा जाए तो अभी हम और हमारा देश अविकसित श्रेणी में ही हैं ,तो इस प्रकार का कदम उठाना देश हित में नहीं हो सकता ,जहां ४० करोड़ लोग बिना पढ़े लिखे हैं ,१९ करोड़ लोग रात को भूखी सोती है ,३० करोड़ लोगों को एक वक्त का खाना
नसीब होता है वहांपर हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री का ये व्यक्तव्य की हम देश को डिजिटल बनाकर ही छोड़ेंगे कहाँ तक न्यायसंगत है ।
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