हम आजादी का जश्न आज कैसे मनाएं
हम तो आज भी मोदी जी की गुलामी में घुटन भरी जिंदगी जी रहे हैं |
आज देश की आबादी में मात्र १% जनता आजादी की जश्न मनाएगी
बाकी ९९% तो मोदी जी की गुलामी का गुणगान कर रही है |
आज प्रात: मोदी जी लालकिले के प्राचीर से बड़ी लम्बी लम्बी छोड़ेंगे
परन्तु देश जनता अपने कानों में ऊँगली देकर तमाशा देखेगी |
वैसे भी आज प्रात: के मोदी जी के भाषण में जनता की कोई दिलचस्पी नहीं है
क्योँकि उन्होंने कहना है जनता ने नोटेबंदी को ख़ुशी से स्वीकारा जिसके कारण देश २१ वीं सदी में पहुंचा
जनता ने जी एस टी को पूरी तरह स्वीकारा जिससे गरीब और मजलूमौ को नै रौशनी मिली
देश में महंगाई नाम की कोई चीज ही नहीं हैं ,मेरे राज में कोईंभी भूखा नहीं सोता जब की आज भी १९ करोड़
जनता भूखी सोती है और भविष्य में २० से २२ करोड़ है होने की संभावना है ,परन्तु हो सकता है तब मोदी जी इस कुर्सी पर न हों |
और बहुत सी बातें हैं जिनका जिक्र करने का कोई औचित्य नहीं है
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