आज मोदी की शासन पद्द्यति ,देश का अशान्तिपूर्ण माहौल,प्रजा के द्वारा त्राहि त्राहि को देखकर ,तानशाही कानूनों की भरमार ,टैक्सेज पर टैक्सेज लगते देखकर ,किसानों के द्वारा आत्महत्या ,गौ के नाम पर दुसरे वर्ग पर अत्याचार ,भाजपा की गौशालाओं में सैंकड़ों की तादाद में भूख ,प्यास से तड़पती इनकी अपनी माताओं को मरते ोर्म सड़ते देखकर ,नॉट बंदी के नाम पर लाखों ,करोड़ों की डकार ,जनता पर अथाह महंगाई की मार कानून व्यवस्था को समाप्त होती देखकर स्त्रियों और कन्याओं पर दिन दहाड़े होते अत्याचार ,यौनाचार ,बाबाओं की शरण में जाकर वोट एकत्रित करने की पुकार और सौदेबाजी अमीरों के साथ अच्छा व्यवहार ,को देखकर जगद्गुरु शंकराचार्य की वो बात आज याद आ रही है जिसमे उन्होंने कहा था की" एक चाय बेचने वाला क्या राजकाज करेगा" ,जो आज पूर्णत; सत्य हो रखी है "अच्छा तो ये ही है कि और मोदी जी प्रत्येक क्षेत्र में असफल होने के कारण स्वयं ही इस्तीफ़ा दे दें और कहीं विदेशों में जाकर बस जाएँ कयोयंकी हिंदुस्ता एक गरीब देश है और वो उनके रहने के काबिल नहीं है |
Sunday, August 27, 2017
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