मैं कौन हूँ ,नहीं जानता
मेरे प्यारे देशवासियो ,बहनो और भाइयो ,मित्रो ,यदि आज में मात्र ३ वर्ष और ५ माह में ही अपना अहंकार छोड़ दूंगा ,तो जनता मुझे हारा हुआ जुआरी कहेगी ,और यदि नहीं छोडूंगा तो मेरी लुटिया डूबेगी परन्तु मेरे पास अभी १ वर्ष और ७ महीने हैं ," देखते है ऊँट किस करवट बैठेगा " यद्यपि इतना मैं भी समझ चुका हूँ की ऊँट किसी भी करवट ना बैठकर उलटा होकर ही लौटेगा ,फिर क्योँ न आनंद का जीवन व्यतीत कर लूँ ,धन्यवाद भाइयो
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