Monday, January 29, 2018


यथार्थ
सब कुछ लुटाकर होश में आये तो क्या हुआ ?
जी हाँ २०१५ में अपना अमूल्य अधिकार वोट मोदी जी को देकर फूलकर कुप्पे हुए जा रहे थे ,परन्तु अब जब होश आया तो खुदको पिचका हुआ कनस्तर पाया


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