भिखारी से साक्षातकार
फेस बुक मित्रों इसे एक बार पढ़कर जरूर देखना
मैं कल पुराणी दिल्ली रेलवे स्टेशन के सामने से गुजर रहा था ,सामने मुझे देखकर एक भिखारी
हाथ फैलाकर बोला बाबूजी कुछ दे दो ,
मैं अक्सर भिखारियों को कभी भी पैसे नहीं देता ,इसलिए मैंने हाथ जोड़कर कहा भाई माफ़ करो ,
तपाक से भिखारी बोला ,तुम कोंग्रेसी हो ना ,
मैं बोला ,हाँ ,
फिर भिखारी से पूछा तुझे कैसे पता की मैं कोंग्रेसी हूँ
तो बोला ,अरे भाई हम तो उड़ते पंछी के परों को देखकर हि पहिचान लेते हैं ,
ये काम भी हमने बहुत दिन से किया हुआ है एक्सपेरिएंस्ड हैं
क्योँकि तुम कुछ मरे मरे से जा रहे थे इसलिए ,क्योँकि देश में आजकल कोंग्रेसियों की हालत ज्यादा खराब है ,वो ही मोदी राज में मरे मरे से घुमते हैं
तभी सामने से एक नेता आता हुआ नजर आया ,बड़ी अकड़ में चला आ रहा था
तो मुझसे बोला ,मेरे पास बैठ जा ,
मैं अचकचा कर उसे देखने लगा ,
तो भिखारी बोला, बैठ जा ना यार ,शरमा कुं रहा है
और मुझे धक्का देकर बिठा दिया और बोला रुक जा ,ज़रा इस आने वाले नेता से निपट लूँ ये भाजपाई है
मैंने कहा तुझे क्या पता है की ये भाजपाई है ,
भैया पहले हम भी ऐसे ही अकड़ में चला करते थे ,जैसे ये चल रहा है
ज़रा झाडी बना लेने दे ,और भागकर नेता नेता जी कहता हुआ बोला दे दो ,इस बार तो आपका काम हो ही जाएगा ,
इतना कहना था की नेता जी ने २००० का गुलाबी नॉट निकलकर दे दिया
और भिखारी फिर मेरे पास आकर बोला ,आजकल भाजपा वालों के पास २००० के गुलाबी नॉट के अलावा कोई और छोटा नॉट नहीं होता ,क्योँकि इधर उधर से जितने भी गुलाबी नॉट थे सब इन्होने ने ही अपने घरों में छुपा रखे हैं ,कुंकि चुनावों में कोई १०० ,२०० ,५०० के नॉट तो लेगा नहीं ,और फिर घर में जगह भी ज्यादा घेरेंगे
डेलिवरी करने में भी परेशानी होगी ,यदि सारे नॉट २००० के होंगे तो डिलीवरी में भी परेशानी नहीं ,जहाँ २०० को एक गड्डी में २० हजार आएंगे वहीँ एक गड्डी में २ लाख होंगे २००० के नॉट कुछ समझे, समझ गया
मैं बोला अच्छा एक बात बता तूने मुझे पहिचाना कैसे
अरे भाई सीधी सी बात हैं अब कोंग्रेसियों के पास पैसा कहाँ वो तो मोदी जी ने कंगले कर दिए नॉट बंदी में ,और बचे खुचे महंगाई खा गई और बचे तो नेताओं के घरों में रेड करवा दी, और मुकदद्मे लगवा दिए ,मुकदद्मे लगे तो बीमारियां लग गई अब वहां भी पैसा चाहिए अब मोदी राज में सरकारी अस्पताल वाले तो कोंग्रेसियों को घास डालेंगे नहीं ,और फिर जहाँ मुकदद्मा और बिमारी हों वहां पैसा कहाँ ,?
अच्छा एक बात और बता ,
तूने दूर से देखकर ही बता दिया की वो भाजपाई नेता है ,तो कैसे जाना ,
अरे भाई मोदी की आने से पहले ७० साल से हम भी ऐसे ही चौड़े होकर चलते थे जैसे आज ये चल रहा था ,
अब भाजपाइयों की चालें बदल गई हैं ,सब पुराने और वो भी फटे हुए कपडे ,पहिनकर घूमा करते थे अब सभी के पास नए कपडे और जैकेट हैं और वो भी मैच करती हुई ,
अच्छा एक बात बता तू मुझे अपने पास बैठने को क्योँ कह रहा था
और कहाँ बिठाता तुझे , अपने सर पर ,अब तेरे लिए मेरे पास सोने की कुर्सी तो है नहीं जिस पर बिठाता ,ये ही जगह तो है अब हमारे बैठने की ,मैं पहले आकर बैठ गया तू कुछ दिन बाद आकर बैठेगा ,
क्योँ मैं भीख मांगूंगा , अरे तू तो क्या तेरे फ़रिश्ते भी मांगेंगे जब तक देश का प्रधानमंत्री मोदी है ,वो सभी कोंग्रेसियों से भीख तो मंगवाकर ही छोड़ेगा चाहे तुम कुछ भी कर लो
और क्या करेगा जब तू ,और बच्चे भूखे मरेंगे २ या ४ दिन शर्म आएगी और फिर मेरी तरह घिस पिट जाएगा और धंधे में लग जाएगा ,कोंग्रेसी भैया बुरे दिन कैसे ही भी निकाल लो बस कुछ दिन की ही बात है २०१९ में चुनाव हो जायेंगे और जनता इस बार इनको लात भी मारेगी ,
और यदि जनता ने इनको लात ना मारी तो फिर ५ साल तक मोदी के जूते खाएंगे और देश की सम्पूर्ण जनता ही अगले ५ साल में जहाँ तू और मैं बैठे भीख मांग रहे हैं जनता भी यहाँ आ जायेगी ,और भैया ये धंधा भी चौपट हो जाएगा ,मुझे तो कोंग्रेसी भैया अगले ५ साल का भी भय सत्ता रहा है ,
अरे भैया और क्या करेगा पढ़ा लिखा तू है नहीं ,कला अक्षर तेरे लिए भैंस बराबर ,
मेरी सलाह मान कल से आजा और धंधे पे लग जा और मोदी के विदेश भागने का इन्तजार कर
फिर शर्म की क्या बात है तू तो चच्चू मच्चु कोंग्रेसी होगा भैया मैं तो केंद्र में मंत्री था ,जब मैं ये काम कर सकू तो तू क्योँ नहीं जब फिर दिन बदलेंगे तो पहुँच जायेंगे राहुल की बनाई हुई खीर खाने ,सोनिया मैया के पैर पकड़ लेंगे और अपना काम हो जाएगा ,
बस एक चीज का ध्यान रखियो बस कोई तुझे पहिचान ना ले ,जैसा मैंने तुझे पहिचान लिया नहीं तो बाद में रेलवे स्टेशन पर थे हमको जीने नहीं देंगे क्योँकि उनको तो ७० साल के गधे मुर्दे उखाड़ने की आदत है , उखा क्योँकि राजनीती मे आने से पहले ये कब्रें ही खोदा करते थे भाइये
फेस बुक मित्रों इसे एक बार पढ़कर जरूर देखना
मैं कल पुराणी दिल्ली रेलवे स्टेशन के सामने से गुजर रहा था ,सामने मुझे देखकर एक भिखारी
हाथ फैलाकर बोला बाबूजी कुछ दे दो ,
मैं अक्सर भिखारियों को कभी भी पैसे नहीं देता ,इसलिए मैंने हाथ जोड़कर कहा भाई माफ़ करो ,
तपाक से भिखारी बोला ,तुम कोंग्रेसी हो ना ,
मैं बोला ,हाँ ,
फिर भिखारी से पूछा तुझे कैसे पता की मैं कोंग्रेसी हूँ
तो बोला ,अरे भाई हम तो उड़ते पंछी के परों को देखकर हि पहिचान लेते हैं ,
ये काम भी हमने बहुत दिन से किया हुआ है एक्सपेरिएंस्ड हैं
क्योँकि तुम कुछ मरे मरे से जा रहे थे इसलिए ,क्योँकि देश में आजकल कोंग्रेसियों की हालत ज्यादा खराब है ,वो ही मोदी राज में मरे मरे से घुमते हैं
तभी सामने से एक नेता आता हुआ नजर आया ,बड़ी अकड़ में चला आ रहा था
तो मुझसे बोला ,मेरे पास बैठ जा ,
मैं अचकचा कर उसे देखने लगा ,
तो भिखारी बोला, बैठ जा ना यार ,शरमा कुं रहा है
और मुझे धक्का देकर बिठा दिया और बोला रुक जा ,ज़रा इस आने वाले नेता से निपट लूँ ये भाजपाई है
मैंने कहा तुझे क्या पता है की ये भाजपाई है ,
भैया पहले हम भी ऐसे ही अकड़ में चला करते थे ,जैसे ये चल रहा है
ज़रा झाडी बना लेने दे ,और भागकर नेता नेता जी कहता हुआ बोला दे दो ,इस बार तो आपका काम हो ही जाएगा ,
इतना कहना था की नेता जी ने २००० का गुलाबी नॉट निकलकर दे दिया
और भिखारी फिर मेरे पास आकर बोला ,आजकल भाजपा वालों के पास २००० के गुलाबी नॉट के अलावा कोई और छोटा नॉट नहीं होता ,क्योँकि इधर उधर से जितने भी गुलाबी नॉट थे सब इन्होने ने ही अपने घरों में छुपा रखे हैं ,कुंकि चुनावों में कोई १०० ,२०० ,५०० के नॉट तो लेगा नहीं ,और फिर घर में जगह भी ज्यादा घेरेंगे
डेलिवरी करने में भी परेशानी होगी ,यदि सारे नॉट २००० के होंगे तो डिलीवरी में भी परेशानी नहीं ,जहाँ २०० को एक गड्डी में २० हजार आएंगे वहीँ एक गड्डी में २ लाख होंगे २००० के नॉट कुछ समझे, समझ गया
मैं बोला अच्छा एक बात बता तूने मुझे पहिचाना कैसे
अरे भाई सीधी सी बात हैं अब कोंग्रेसियों के पास पैसा कहाँ वो तो मोदी जी ने कंगले कर दिए नॉट बंदी में ,और बचे खुचे महंगाई खा गई और बचे तो नेताओं के घरों में रेड करवा दी, और मुकदद्मे लगवा दिए ,मुकदद्मे लगे तो बीमारियां लग गई अब वहां भी पैसा चाहिए अब मोदी राज में सरकारी अस्पताल वाले तो कोंग्रेसियों को घास डालेंगे नहीं ,और फिर जहाँ मुकदद्मा और बिमारी हों वहां पैसा कहाँ ,?
अच्छा एक बात और बता ,
तूने दूर से देखकर ही बता दिया की वो भाजपाई नेता है ,तो कैसे जाना ,
अरे भाई मोदी की आने से पहले ७० साल से हम भी ऐसे ही चौड़े होकर चलते थे जैसे आज ये चल रहा था ,
अब भाजपाइयों की चालें बदल गई हैं ,सब पुराने और वो भी फटे हुए कपडे ,पहिनकर घूमा करते थे अब सभी के पास नए कपडे और जैकेट हैं और वो भी मैच करती हुई ,
अच्छा एक बात बता तू मुझे अपने पास बैठने को क्योँ कह रहा था
और कहाँ बिठाता तुझे , अपने सर पर ,अब तेरे लिए मेरे पास सोने की कुर्सी तो है नहीं जिस पर बिठाता ,ये ही जगह तो है अब हमारे बैठने की ,मैं पहले आकर बैठ गया तू कुछ दिन बाद आकर बैठेगा ,
क्योँ मैं भीख मांगूंगा , अरे तू तो क्या तेरे फ़रिश्ते भी मांगेंगे जब तक देश का प्रधानमंत्री मोदी है ,वो सभी कोंग्रेसियों से भीख तो मंगवाकर ही छोड़ेगा चाहे तुम कुछ भी कर लो
और क्या करेगा जब तू ,और बच्चे भूखे मरेंगे २ या ४ दिन शर्म आएगी और फिर मेरी तरह घिस पिट जाएगा और धंधे में लग जाएगा ,कोंग्रेसी भैया बुरे दिन कैसे ही भी निकाल लो बस कुछ दिन की ही बात है २०१९ में चुनाव हो जायेंगे और जनता इस बार इनको लात भी मारेगी ,
और यदि जनता ने इनको लात ना मारी तो फिर ५ साल तक मोदी के जूते खाएंगे और देश की सम्पूर्ण जनता ही अगले ५ साल में जहाँ तू और मैं बैठे भीख मांग रहे हैं जनता भी यहाँ आ जायेगी ,और भैया ये धंधा भी चौपट हो जाएगा ,मुझे तो कोंग्रेसी भैया अगले ५ साल का भी भय सत्ता रहा है ,
अरे भैया और क्या करेगा पढ़ा लिखा तू है नहीं ,कला अक्षर तेरे लिए भैंस बराबर ,
मेरी सलाह मान कल से आजा और धंधे पे लग जा और मोदी के विदेश भागने का इन्तजार कर
फिर शर्म की क्या बात है तू तो चच्चू मच्चु कोंग्रेसी होगा भैया मैं तो केंद्र में मंत्री था ,जब मैं ये काम कर सकू तो तू क्योँ नहीं जब फिर दिन बदलेंगे तो पहुँच जायेंगे राहुल की बनाई हुई खीर खाने ,सोनिया मैया के पैर पकड़ लेंगे और अपना काम हो जाएगा ,
बस एक चीज का ध्यान रखियो बस कोई तुझे पहिचान ना ले ,जैसा मैंने तुझे पहिचान लिया नहीं तो बाद में रेलवे स्टेशन पर थे हमको जीने नहीं देंगे क्योँकि उनको तो ७० साल के गधे मुर्दे उखाड़ने की आदत है , उखा क्योँकि राजनीती मे आने से पहले ये कब्रें ही खोदा करते थे भाइये
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