Tuesday, September 16, 2014

भाजपा को उपचुनावों में काम सीट मिलने का कारण

मुझे आज तक ये बात समझ में नहीं आती कि भाजपा के दिग्गज नेता ,मोदी जी ,राष्ट्रिय सेवक संघ ,या मीडिया वालों के ये बात समझ में क्योँ नहीं आती कि जब कोई पार्टी ,नेता ,या कोई भी राजनितिक आदमी यदि जनता के काम ही नहीं करेंगे तो उस पार्टी या नेता को भला वोट कौन देगा ,और यही हाल भाजपा के उच्च शिखर पर बैठे मोदी जी और नेताओं का है ,वो खुद तो खूब मजे लेते हैं पर जो व्यक्ति उनके लिए वोट जुटाकर लाता है यानी कि उनकी पार्टी का कार्यकर्ता ,वो बेचारा धक्के खाता घूमता है जनता से भी और सरकारी हुक्मरानो से भी ,क्योँकि जब वो किसी भी व्यक्ति के काम कराने किसी दफ्तर में जाकर वहाँ के अधिकारी से मिलते हैं और कोई काम करने को कहते हैं तो वो कहता है कि आप किस पार्टी से हैं कार्यकर्ता कहता है भाजपा से तो वो कहता है भाई ,मोदी जी या किसी बड़े नेता से लिखवाकर ले आओ हम काम कर देंगे क्योँकि वो कहते हैं कि किसी का भी काम सिफारिस से मत करो ,आखिर बेचारा भाजपा कार्यकर्ता धक्के ओए बेइज्जती कराकर घर आकर चुपचाप बैठ जाता है ,और वो ही काम एक कांग्रेसी छुटभैया नेता या सपा का छोटा सा नेता २ मिनट में करके ला देता है जिसके कारण अगली बारचुनावों में वोट तो कोंग्रेसी या सपाई को ही मिलेगी ,भाजपा को कैसे मिलेगी ",आजकल दो और लो का ज़माना है" मुफ्त में तो कोई कटी ऊँगली पर पेशाब भी नहीं करता और फिर नेताओं के लिए जो चुनाव जीतते ही अपनों को भी भूल जाते हैं ,पार्टी ,दोस्त और देश तो क्या ,तो सभी भाइयो भाजपा को कम सीट मिलने का मुख्य कारण ये था ,
    अब भी भाजपा के नेताओं को चाहिए कि वो कपडे बदलने और मजे लेने के बजाय अपने कार्य कर्ताओं का भी ख्याल करें और उनकी रोजी रोटी का इंतजाम तथा जनता के काम करवा सकें ,तभी अगले २ महीने बाद वाले चुनावों में वोट मिलेंगे वरना आज से भी बुरा हाल होगा और धीर धीरे मोदी जी सहित भाजपा कि इज्जत भी समाप्त हो जायेगी |

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