Thursday, October 30, 2014

राहुल गांधी

आज राहुल गांधी या कांग्रेस पार्टी का वक्त खराब है तो ऐसे लोग जिनको नेतागीरी का ऐ बी सी डी भी पता नहीं है  और उनका भाषण देना और कुत्ते का भोकना दोनों एक जैसे ही लगेंगे या उनको भाषण देना ही नहीं आता आज इस प्रकार के नेता या छुटभैये नेता भी राहुल गांधी जैसे कर्मठ ,परिश्रमी ,भागदौड़ करने वाला ,कभी भी टिक्कर ना बैठने वाला ,वाक पटु और अच्छा नेत्र्तव करने वाला ,पढ़ा लिखा और नेहरू वंश का पैदायशी नेता को भी ना जाने किस किस प्रकार के कमेंट्स ,और ओछी ओछी बातों से सुशोभित कर रहे हैं और जो बड़े बड़े कांग्रेस दिग्गज उनकी जूतियां उठाने के लिए हमेशा तत्पर रहते थे या उसके सामने उनकी जुबान पर ताला लग जाता था और फ्री फण्ड के नेता बने घुमते थे जिन्होंने कभी चुनाव लड़ा तक नहीं और बड़े बड़े पदों को आंज तक  सुशोभित करते रहे आंज उनका साथ छोड़ कर भाग रहे हैं गिद्धों की भाँती ,और वो ही जनता जो कभी राहुल के नाम के कसीदे काढती रहती थी उसे कह रही है कि वो  पप्पू है ,उसे कुछ भी नहीं आता ,भाषण देना भी नहीं जानता ,कोई उसे रोम का नीरो कहते हैं और बोलते हैं कि रोम जलता रहा और नीरो बांसुरी बजाता रहा ,तरह के नामों से उसे आरोपित कर रहे हैं ,ये कहाँ का न्याय है और कितना तर्क संगत है पर एक कहावत है कि जब" किसी कि गाडी कीचड में फंस जाती है तो हर कोई कहता है कि इसके बाप ने भी कभी गाडी चलाई थी ",ऐसा ही लोग आंज राहुल गांधी को भी बोल रहे हैं जबकि वास्तविकता इससे कोसों दूर है ,यदि राहुल गांधी दुसरे बूढ़े ,कामचोर मंत्रियों और संतरियों ,पिछलग्गू ,चमचों ,या muft कि खाने वालों  कि भांति दौड़ धुप या भाषण देने के लिए सभाओं में ना जाते तो जितनी सीट २०१४ के चुनाव में कांग्रेस को मिली है वो भी ना मिली होती और हालात और भी बदतर होते और आंज कांग्रेस का नाम लेने वाला भी ना होता और ये भी याद रखने वाली बात है कि जैसे ही कांग्रेस और राहुल गांधी का वक्त बदलेगा ये ही बूढ़े और मानसिक रोगी नेता ही सबसे पहले राहुल गांधी कि जूतियां झाड़ते मिलेंगे ,और भारत कि जनता भी फिर से उसके हक़ में कसीदे घड़ेगी और बोलेगी राहुल गंदी कि जय और सोनियां जी कि जय जय ,देरी है तो मात्र अच्छा वक्त आने की ,फिर देखना क्या होगा ,ये ही रोम का नीरो भारत का रोमियो हो जाएगा ,जैसे आंज मोदी जैसा चाय बेचने वाला मामूली इंसान भाग्य  या वक्त अच्छा आने के कारण भारत जैसे देश के प्रधानमंत्री और सम्पूर्ण संसार में प्रसिद्ध हो गए ,अच्छा वक्त कब किसको कहाँ पहुंचा दे कोई नहीं जान सकता | भाइयो वैसे मै कोई कोंग्रेसी नहीं हूँ पर सचाई ब्यान करने से हिचकिचाता नहीं हूँ |

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