सीमाहीन कमीनापन
हम और हमारे नेता दिन प्रतिदिन इतने कमीने क्योँ होते जा रहे हैं की अपने छोटे से पेट के आगे किसी भी गरीब और मजलूम जनता के बारे में सोचते ही नहीं ,
सभी को पैसा पैसा की रट लगी है, और वो उससे शाम, दाम, दंड, भेद, सभी का उपयोग कर अपने अपने भण्डार भरने में लगे है ,
अरे बेईमान भाइयो ये सब पैसा धन दौलत यहीं पर रह जायेगी, कुछ भी साथ नहीं जाएगा,
इसलिए फाय फाय छोड़कर रचनात्मक और शुभ कार्य करो ताकि अगले जन्म में अच्छा जन्म पा सको |
धन्यवाद ,कांति प्रकाश चौहान
No comments:
Post a Comment